97 बाल श्रमिक चिह्नित, 20 दुकानदारों से वसूले 3.1 लाख रुपये
कानपुर देहात। वित्तीय वर्ष के आठ महीने में जिले में अभियान चलाकर 97 बाल श्रमिक चिह्नित किए गए। 35 परिवाद सीजेएम कोर्ट में दायर किए गए। इसमें बीस मामलों में फैसला आने पर दुकानदारों से 3.10 लाख रुपये वसूली की गई।माती स्थित कलक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिला श्रम बंधु,जनपद स्तरीय बाल श्रम उन्मूलन समिति व जनपद स्तरीय बंधुआ श्रम सतर्कता समिति की संयुक्त बैठक एडीएम प्रशासन अमित कुमार की अध्यक्षता में हुई। सहायक श्रमायुक्त रामआशीष ने बताया कि बाल श्रम उन्मूलन अभियान में अब तक कुल 97 बाल श्रमिकों को चिह्नित किया गया है। बाल एवं किशोर श्रमिक
नियोजित करने वाले दुकानदारों के विरुद्ध 35 परिवाद सीजेएम कोर्ट में दाखिल किए गए। इसमें बीस मामलों में फैसला आने पर दुकानदारों से कुल 3.10 लाख रुपये की धनराशि वसूली गई है। एडीएम प्रशासन ने 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को विद्यालयों में प्रवेश के निर्देश दिए।
सहायक श्रमायुक्त ने उन्हें बताया कि 2 बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराया गया है।
औद्योगिक प्रतिष्ठान में श्रमिक संगठनों की ओर से कोई शिकायत न मिलने की जानकारी दी गई। दुर्घटनावश श्रमिकों की मौत पर प्रतिकर भुगतान में बताया कि प्रांची लेदर्स प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स आरपी पॉली प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड में हुई दुर्घटना में कुल 8 श्रमिकों की मौत हुई।
मौजूदा वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ 4 लाख 209 रुपये प्रतिकर भुगतान आश्रितों को किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 3823 श्रमिकों के पंजीकरण और 2012 श्रमिकों के नवीनीकरण किया गया। कुल 148800 निर्माण श्रमिक पंजीकृत हैं। इस वित्तीय वर्ष में कुल 106 अधिष्ठान पंजीकृत हुए हैं। ई-श्रम पोर्टल पर कुल 800838 श्रमिक पंजीकृत हैं। बंधुआ श्रमिक का कोई प्रकरण नहीं है। पीडी वीरेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण हेमंत कुमार, डीआईओएस बृज भूषण चौधरी आदि रहे।