रूरा थाने में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों हुआ गिरफ्तार एक दरोगा
एंटी करप्शन टीम के द्वारा की गई उपरोक्त कार्यवाही से जनपद कानपुर देहात के पुलिस महकमें में मचा हड़कंप
आरोपी दारोगा के विरुद्ध एंटी करप्शन की टीम ने अकबरपुर कोतवाली में दर्ज कराया सुसंगत धाराओं में अभियोग
एक मामले की विवेचना के दौरान एक महिला से उक्त दरोगा ने मांगी थी रिश्वत
कानपुर देहात…. बुधवार को रूरा थाने मे तैनात एक दरोगा को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया… उपरोक्त मामले की जानकारी होते ही जनपद कानपुर देहात के पुलिस महकमे मे जोरदार हड़कंप मच गया-… गिरफ्तार दरोगा एक मुकदमे की विवेचना कर रहा था इसी मुकदमे के निस्तारण के लिए वह एक महिला से 10000 रुपए की रिश्वत ले रहा था… लेकिन रिश्वत लेने वाले दरोगा को यह पता नहीं था कि गांव के लोगों का न्याय के लिए दर्द क्या होता है इसलिए महिला हैरान व परेशान थी.. और उसने दरोगा को सबक सिखाने की सोच ली तत्पश्चात उपरोक्त महिला एंटी करप्शन के संपर्क में आई और दरोगा यशपाल सिंह यादव को रिश्वत के रूप में 10000 रुपए लेते हुए पकड़वा दिया.. हालांकि उपरोक्त दरोगा अपने आपको बचाने की कोशिश करता रहा लेकिन एंटी करप्शन टीम के आगे आरोपी दरोगा की एक भी नहीं चली और आरोपी दारोगा को गिरफ्तार करके एंटी करप्शन अकबरपुर कोतवाली लेकर आ गई जहां पर उपरोक्त दरोगा के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है … पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात बी बी जीटीएस मूर्ति ने बताया है कि आरोपी दरोगा को निलंबित किया जा रहा है और जांच के बाद उपरोक्त दरोगा के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी और रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया दरोगा एटा जनपद के थाना जयथरा क्षेत्र की गांव टीकाथर का मूल निवासी बताया गया है… सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि कानपुर में तैनाती के दौरान उपरोक्त दरोगा का रिश्वत लेते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ था…
प्राप्त जानकारी के आधार पर रूरा थाना क्षेत्र के अंदाया गांव की रहने वाली सरिता पत्नी जयकरण से मारपीट की गई थी यह मारपीट का विवाद 21 अगस्त 2024 को गांव में तेहरवीं संस्कार के दौरान ललिता देवी के घर पर हुआ था जिसमें चाचा एवं चाचा के साढू व पुत्र के बीच मारपीट हुई थी… सुना जा रहा है कि इस मामले में सरिता के पुत्र का भी नाम आरोपियों की सूची में था इस झगड़े में सरिता को भी चोटे आई थी।. .. और उसका हाथ टूट गया था इस मामले की रिपोर्ट रूरा थाने में दर्ज हुई थी … इस मुकदमा की जांच रूरा थाने में करीब दो माह पहले तैनात हुए उपनिरीक्षक यशपाल सिंह यादव को मिली थी उपरोक्त मामले के विवेचक ने उक्त महिला से उक्त मामले में आरोप पत्र लगाने के लिए 20000 रुपए की मांग की जा रही थी जिसमें उपरोक्त महिला के आरोपी पुत्र का नाम निकाला जा सके उक्त महिला ने कई बार थाने के चक्कर लगाए तो दरोगा ने 10000 रुपए में मामला तय कर लिया … लेकिन उपरोक्त महिला काफी परेशान थी उसकी चोट भी आई थी और उसे रिश्वत भी देनी पड़ रही थी इस मामले से परेशान उपरोक्त महिला ने उपरोक्त दरोगा को सबक सिखाने का संकल्प लिया और उसने एंटी करप्शन की टीम कानपुर से संपर्क किया और उसने पूरा मामला एंटी करप्शन टीम के सदस्यों को बताया इसके बाद बुधवार की शाम को 10000 रुपए लेकर महिला थाने आई थी उपरोक्त रिश्वत की धनराशि में पांच पांच सौ के नोट थे जिम पहले से पाउडर लगा हुआ था थाने में जैसे ही दरोगा यशपाल ने उपरोक्त रिश्वत की धनराशि अपने हाथ में ली वैसे ही एंटी करप्शन टीम की प्रभारी इंस्पेक्टर अर्चना शुक्ला, मृत्युंजय, जटाशंकर आदि टीम के सदस्यों ने उपरोक्त दरोगा को पकड़ लिया इसके बाद दरोगा यशपाल को गिरफ्तार करके एंटी करप्शन टीम अकबरपुर कोतवाली लेकर आई जहां पर उपरोक्त दरोगा के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम का मामला पंजीकृत किया गया है.. पुलिस अधीक्षक बी बी जीटीएस मूर्ति ने बताया है कि रूरा थाने में नियुक्त उपरोक्त उप निरीक्षक यशपाल सिंह को निलंबित किया गया है जांच के बाद उसके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी मालूम हो कि इसके पहले उपरोक्त दरोगा कानपुर महानगर की इंदिरा नगर पुलिस चौकी में प्रभारी के पद पर नियुक्त था जहां पर भी उसके द्वारा 3000 रुपए की रिश्वत लेने का एक वीडियो वायरल हुआ था कानपुर देहात आने पर उसे अकबरपुर कोतवाली की बारा पुलिस चौकी में तैनाती दी गई थी इसके बाद उसे रूरा थाने में तैनाती मिली थी उपरोक्त संबंध में वायरल वीडियो की कलमकार पुष्टि नहीं करता है