जिला अधिकारी ने वेवहीट बढ़ने को लेकर एडवाइजरी की जारी
औरैया
सोमवार को जिलाधिकारी डॉ0 इंद्रमणि त्रिपाठी के निर्देशन में एवं अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) महेंद्र पाल सिंह के मार्गदर्शन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जनहित में लू प्रकोप एवं गर्म हवा से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी की है । जनपद में लगातार तापमान बढ़ने के साथ-साथ गर्म हवा, लू का प्रकोप भी बढ गया है। लू से जनहानि भी हो सकती है इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाली जनहानि की रोकथाम से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी की है
क्या करें- लू / हीटवेव से बचाव हेतु घर से बाहर निकलते समय गमछा, टोपी, चश्मा एवं छाते का प्रयोग करें। हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें तथा कड़ी धूप से बचें। पर्याप्त मात्रा में तरल पेय पदार्थ जैसे छांछ, लस्सी, नमक चीनी का घोल, नींबू का पानी एवं आम के पने का सेवन करें । प्यास की इच्छा न होने पर भी पानी बार-बार पियें। निर्जलीकरण से बचने के लिए ओआरएस घोल का प्रयोग करें। यात्रा करते समय पानी हमेशा साथ में रखें। संतुलित हल्का व नियमित भोजन करें। खाना बनाते समय खिड़की, दरवाजे एवं रात को खिड़कियाँ खुली रखें। जिन खिड़कियों और दरवाजों से गर्म हवा आती है उन पर रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमिनियम पन्नी, गत्ते या काले पर्दे लगायें। वृद्धों, बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें। अधिक परिश्रम के बीच में आराम भी करें। लू लगने के लक्षणों को पहचानें यदि कमजोरी लगे, सिर दर्द हो, उल्टी महसूस हो, मांसपेशियों में ऐंठन हो और चक्कर आये तो तुरन्त डॉक्टर को दिखायें। लू से प्रभावित व्यक्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़ों से पोछें अथवा नहलायें या शरीर के ऊपर पानी का छिड़काव करें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। जानवरों को छाया में बांधे और उन्हें पर्याप्त पानी पिलायें ।
क्या न करें- चाय, काफी एवं शराब का सेवन न करें। तेज धूप में बाहर न निकलें। अधिक गर्मी में व्यायाम न करें।धूप में खड़े वाहनों में बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़ें। अधिक प्रोटीन वाले तथा बासी खाद्य पदार्थो का सेवन न करें।