फैक्ट्री श्रमिक की उपचार के दौरान अस्पताल में हुई मौत,
मृतक के श्रमिक के परिजनों ने श्रमिक केशव को फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर रखकर मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर किया हंगामा
फैक्ट्री प्रबंधन की सूचना पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थाना इंचार्ज रनिया महेंद्र पटेल ने मृतक श्रमिक के परिजनों को समझा बुझाकर उनका गुस्सा किया शांत तत्पश्चात फैक्ट्री प्रबंधन एवं मृतक श्रमिक के परिजनो के बीच शुरू हुई वार्ता
दोनों पक्षों के बीच काफी देर चली वार्ता के दौरान 1,60000 रुपए में हुआ समझौता, फैक्ट्री प्रबंधन ने मुआवजा की धनराशि मृतक के परिजनों को सौंपी, तब कहीं जाकर मृतक के परिजन उसका शव लेकर कन्नौज के लिए हुए रवाना
कानपुर देहात (दैनिक स्वतंत्र निवेश) 18 जून को रात्रि करीब 8 बजे कानपुर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर उमरन चौराहे के नजदीक संदिग्ध अवस्था में पड़े हुए मिले एक 48 वर्षीय श्रमिक को 108 एंबुलेंस के सहयोग से उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था जहां पर उसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई,, मृतक रनिया औद्योगिक क्षेत्र के श्री कंकरी उमरन फैक्ट्री में काम करता था तथा मृतक कन्नौज जनपद का मूल निवासी था,, शुक्रवार को मृतक श्रमिक के परिजनों ने उसका शव लाकर फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर उसे रखकर फैक्ट्री प्रबंधन से मुआवजा दिए जाने की मांग करके हंगामा करने लगे, फैक्ट्री प्रबंधन की सूचना पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थाना इंचार्ज रानियां महेंद्र पटेल ने सूझबूझ से काम लेते हुए मृतक श्रमिक के उत्तेजित परिजनों को समझा बुझाकर किसी प्रकार शांत किया , तत्पश्चात मृतक श्रमिक के परिजनों तथा फैक्ट्री प्रबंधन के बीच वार्ता का दौर शुरू हुआ,दोनों पक्षों के बीच काफी देर चली वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया फैक्ट्री प्रबंधन ने समझौता के मुताबिक मृतक श्रमिक के परिजनों को एक लाख,साठ हजार रुपए की धनराशि मुआवजे के रूप में दे दी तब कहीं जाकर मृतक श्रमिक के परिजन उसका शव लेकर अपने गृह जनपद कन्नौज के लिए रवाना हो गए,,
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रनिया थाना क्षेत्र के उमरन चौराहे पर स्थित श्री कंकरी फैक्ट्री मे जनपद कन्नौज के निवासी 48 वर्षीय किशन कुमार काम करते थे 18 जून 2024 को किशन कुमार रात्रि करीब 8 बजे उमरन चौराहे पर झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे अचेत अवस्था में पड़े हुए मिले थे जिन्हें 108 एंबुलेंस के सहयोग से उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था जहां पर उपरोक्त श्रमिक की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई, श्रमिक की मृत्यु होने के बाद गुस्साए उसके परिजनों ने उसके शव को फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर लाकर रख दिया और मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए हंगामा करने लगे फैक्ट्री प्रबंधन की सूचना पर मौके पर पहुंची रनिया पुलिस ने श्रमिक के गुस्सए हुए परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया तत्पश्चात फैक्ट्री प्रबंधन तथा मृतक श्रमिक के परिजनों के बीच वार्ता का दौर शुरू हुआ काफी देर चली वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच आपस में समझौता हो गया पुलिस के मुताबिक समझौता के अनुरूप फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को 160000 रुपए मुआवजा के रूप में भुगतान कर दिए तब कहीं जाकर मृतक श्रमिक के परिजन मृतक श्रमिक का शव लेकर अपने गृह जनपद कन्नौज के लिए रवाना हो गए तब कहीं जाकर रनिया पुलिस और फैक्ट्री प्रबंधन ने राहत की सांस ली,