कर्ज के बोझ से युवक ने आत्महत्या की:निजी कंपनियों से 3 लाख रुपये ले रखा था कर्ज, ई-रिक्शा चलाता था
कौशाम्बी के मंझनपुर थाना क्षेत्र के कांशीराम कॉलोनी में एक युवक ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। हरिश्चंद्र (45) का शव घर के सीलिंग फैन से लटका मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
हरिश्चंद्र का परिवार अत्यंत गरीब है और वह ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। उसने निजी कंपनियों से करीब 3 लाख रुपये का कर्ज लिया था, जो महंगाई के कारण चुका नहीं सका। कर्ज की वसूली के लिए कंपनी के एजेंट्स ने कई बार उसके घर में ताला लगाकर कब्जा करने की कोशिश की थी।
परेशानियों का सिलसिला
भाई रामचंद्र ने बताया कि सोनाटा कंपनी के एजेंट्स ने उसके बड़े भाई को कर्ज की वसूली को लेकर काफी परेशान किया। घर में ताला लगाकर उसे बेघर कर दिया गया था, जिसे 1000 रुपये देकर वापस पाई गई चाबी से खोला गया था। पत्नी मीना देवी ने कहा कि हरिश्चंद्र ने बहुत मेहनत की लेकिन महंगाई और कर्ज के बोझ के चलते वह टूट गया। अब उसके बच्चों की परवरिश की चिंता सताने लगी है।थाना प्रभारी संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मौत के कारण की जांच की जा रही है। परिवार और पड़ोसियों के बयान के आधार पर कर्ज के बोझ को आत्महत्या का कारण बताया गया है। तहरीर मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।