सब्जियों की बेतहाशा महंगाई गरीबों की थाली पर आफत आई
टमाटर 80 मिर्च 100 अदरक 100 के पार गरीबों का कैसे हो उद्धार
औरैया। सब्जियों पर बेतहाशा महंगाई की मार से आम आदमी का जायका बिगड़ रहा है। अदरक 100 टमाटर 80 आलू 35 प्याज 60 के पार पहुंचने के साथ ही आम सब्जियां भी आम लोगों की थाली से दूर होती जा रही है। सब्जियों पर महंगाई के तड़के से आम आदमी का बजट गड़बड़ा गया है, वही 1 किलो सब्जी खरीदने वाले सिर्फ आधा किलोग्राम सब्जी खरीदते दिख रहे हैं। इन दिनों सब्जियों की भीषण महंगाई से मध्यम वर्ग व गरीब तबके के लोग बेहद परेशान है। .सब्जियों की महंगाई की हालत यह है अदरक 100 रुपए प्रति किलोग्राम टमाटर 80 रुपए फूल गोभी 40 से 50 रुपए नग भिंडी 60 रुपए करेला 60 परवल 100 रुपए हरी लौकी 40 रुपए किलो शिमला मिर्च 150 रुपए बैंगन 60 रुपए आलू 35 रुपए प्याज 60 रुपए मिर्च 100 व कद्दू 40 रुपए खीरा 40 रुपए हरी मेथी 100 रुपए कुंदरू 70 रुपए प्रति किलो बिक रहा। सब्जियों की बेतहाशा मूल्य वृद्धि से हालत यह है कि जो लोग 1 किलोग्राम सब्जी खरीदते थे वह अब 250 से आधा किलोग्राम ग्राम सब्जी खरीदते ही दिख रहे हैं। जिले के सब्जी उत्पादक महेश शाक्य रामरतन शाक्य सुरेश चंद्र श्याम सुंदर गोधन सेंगर आदि का कहना है कि पिछले दिनों हुई वे मौसम बारिश आंधी तूफान के साथ ही सब्जी की फसलों में रोग लगने से सब्जियां बुरी तरह बर्बाद हो गई हैं जिसके चलते उन लोगों को भारी नुकसान हुआ है। उनका कहना है कि मंडियों में सब्जियों की आमद कम होने और महंगाई बढ़ने के कारण सब्जी खरीदने के लिए ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं ऐसे में कई कई दिन तक सब्जी ना बिक पाने के कारण महंगी सब्जी भी खराब होकर बर्बाद हो जाती है जिससे सब्जी विक्रेताओं को भारी नुकसान पहुंच रहा है। बताया गया है कि सब्जी की महंगाई के चलते भले ही धन्नासेठ महंगी सब्जी का पर्याप्त स्वाद ले रहे हो लेकिन मध्यम वर्ग व गरीबों का सब्जी का भाव सुनकर ही जायका बिगड़ जाता है। सब्जी व्यापारियों का कहना है कि फिलहाल सब्जी के दामों में कमी आने से दूर-दूर तक आसार नजर नहीं आ रहे हैं जिससे सब्जी के मूल्यों में उछाल आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।