अकबरपुर कानपुर देहात
अकबरपुर स्थित माता कालिका देवी मंदिर को आकर्षक और भव्य रूप देने वाले प्रभा चाचा अब नहीं रहे
चकबंदी अधिकारी के रूप में सेवा निवृत होने के बाद समाज सेवा को बनायाथा अपना लक्ष्य
अकबरपुर नगर मे दशहरा के पर्व के पहले से शुरू होने वाली रामलीला और नाटक मंचों से बहुत रहा लगाव
कानपुर देहात।
अकबरपुर नगर पंचायत स्थित कालका देवी मंदिर को दिव्य भव्य रूप देने और साफ सफाई के लिए प्रेरणा देने वाले नगर निवासी पंडित ब्रह्म दत्त द्विवेदी जिन्हें प्यार और सम्मान से प्रभा चाचा के नाम से जाना जाता था। अब हमारे बीच में नहीं रहे उन्होंने बुधवार सुबह 8:40 पर अंतिम सांस ली। वह जब तक स्वस्थ रहे रामलीला एवं नाटक मंचों से जुड़े रहे। उनका आग्रह था कि रामलीला के लिए अधिक से अधिक पात्र नगर के लोगों से ही तैयार किया जाए और यह सोच उन्हें अपने पूज्य पिताजी पंडित गंगा चरण द्विवेदी से प्राप्त हुई थी। जो स्वयं भी एक शिक्षक होते हुए रामलीला के प्रति समर्पित रहे। पढ़ाई लिखाई के बाद सरकारी सेवा में चकबंदी अधिकारी के रूप में कार्यरत रहे और सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने अपना लक्ष्य समाज सेवा और नगर की उन्नति के लिए काम करने लगे। उन्होंने 85 वर्ष की लंबी आयु प्राप्त की और अपने पीछे सुखी और समृद्ध परिवार छोड़ कर गए है। बताया जाता है कि मंदिर की साफ सफाई और वर्तमान स्वरूप तैयार करने में नगर निवासी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं व्यापारी स्वर्गीय मौजी लाल गुप्त, भैया लाल पुरवार, समाजसेवी अशोक कुमार पांडेय पंडित उमाशंकर मिश्रा आदि ने उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उनके समकालीन मित्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रारंभ में उन्होंने लक्ष्मण का अभिनय भी किया है। उनके निधन की सूचना पर नगर में शोक का वातावरण व्याप्त हो गया एक-एक करके लोग उनके घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना देने रहे। देर शाम उनका अंतिम संस्कार गंगा के किनारे ड्योढ़ी घाट पर किया गया।
उनके निधन की सूचना पाकर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह गुड्डन, शैलेंद्र द्विवेदी, हरिओम शुक्ला, अंजनी अवस्थी शिव शंकर शुक्ला, पप्पू अग्रवाल लक्ष्मीकांत दीक्षित ब्रह्म कुमार द्विवेदी रामजी मिश्रा आदि सैकड़ो लोग श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे।