कालपी जालौन से खबर
कालपी नगर में नगरपालिका परिषद की सरकारी चुंगी तोड़ने का मामला पकड़ा तूल
जेसीबी मशीन की मदद से सरकारी चुंगी हुई धराशाही
उपजिलाधिकारी सुशील कुमार ने ईओ नगर पालिका को दिये जांच के आदेश
पालिका के एक अधिकारी ने कोतवाली पुलिस को दिया अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रार्थनापत्र पुलिस जांच में जुटी
कालपी-नगर में सरकारी इमारतों पर कब्जा और तोड़फोड़ का सिलसिला जारी है। अब भूमाफियाओं ने नगरपालिका परिषद के चुंगी भवन को जेसीबी चलाकर खत्म कर दिया है।मामला शोसल मीडिया पर चला तो ईओ बोले के आरोपियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया जायेगा
वैसे तो नगर में सरकारी जमीनों और इमारतों का सिलसिला कोई नया नही है बल्कि अर्से से जारी है जिसकी वजह से नगर सीमा में स्थित सरकारी जमीनों पर इमारते खडी़ हो गई है तो नगर में कई सरकारी भवनों पर कब्जे है और विगत कुछ माह पहलें भूमाफियाओं ने दमदमा स्थित पुरातन इमारत काली हवेली में भी तोड़फोड़ की थी और काफी हल्ला मचने के बाद नगरपालिका परिषद ने तोड़फोड़ करने वालो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था हालाकि यह मामला अभी भी ठण्डे बस्ते में है लेकिन भूमाफियाओं ने मंगलवार सुबह कर्बला रोड स्थित नगरपालिका परिषद के चुंगी भवन को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया है लेकिन पालिका प्रशासन को मामले की भनक तक नहीं लग सकी थी लेकिन चुंगी में तोड़फोड़ का वीडियो वायरल हुआ तो पालिका प्रशासन ने मामले का संज्ञान लिया है। ईओ अवनीश कुमार शुक्ला के मुताबिक जिसने भी पालिका की चुँगी तोड़ी है उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वहीं उपजिलाधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया की शोसल मीडिया पर चल रही खबरों का संज्ञान लेकर पालिका के अधिशासी अधिकारी को मामले की पूरी आख्या देने के निर्देश दिये गये है। हालांकि देर शाम पालिका के एक अधिकारी ने कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नागेन्द्र पाठक को अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रार्थना पत्र देने की चर्चा है लेकिन प्रभारी निरीक्षक ने जो नाम प्रकाश में आये है उनके विरुद्ध नामजद प्रार्थना पत्र देने की बात कहकर प्रार्थनापत्र लौटाने की चर्चा जोरों पर है
कुछ चुँगी भवनों पर अवैध कब्जे तो कुछ हो गए नेस्तनाबूद
विदित हो कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने 90 के दशक में प्रदेश से चुंगी बसूली खत्म कर दी थी तभी से नगर की सीमा पर बने आधा दर्जन से अधिक चुंगी भवन निष्प्रयोज्य हो गये थे और पालिका प्रशासन ने उन्हे लगभग भुला दिया है जिससे राजघाट स्थित चुँगी भवन को क्षेत्र के दबँग किराए पर उठाए है तो एक कर्बला रोड पर खण्डहर के रूप में खडा था जो मंगलवार को जमीँदोज हो गया है इसके अलावा बाकी भवनो का कोई वजूद इस समय नही दिख रहा है ।जानकारो की माने तो जहा बस्ती है वहा पर लोगो ने उन्हे अपने घरों मे मिला लिया है। जिनका रिकार्ड पालिका परिषद के जिम्मेदारो के पास भी नहीं हैं