आर्य समाज मंदिर में 112 वार्षिकोत्सव धूमधाम से हुआ संपन्न
200 कुंडीय यज्ञ का सफलतापूर्वक हुआ आयोजन लोगों ने दी आहुतियां
औरैया। स्थानीय दिबियापुर रोड स्थित आर्य समाज मंदिर में वार्षिकोत्सव का आयोजन आज रविवार को 200 कुंडीय यज्ञ के साथ धूमधाम पूर्वक संपन्न हो गया। इस दौरान पुनीत अवसर पर प्रकांड पुरोहितों, आचार्यों एवं अन्य लोगों ने यज्ञ में प्रतिभाग करते हुए आहुतियां दी। वक्ताओ ने कहा कि हमें वेदों की ओर लौटना है। हमारे महानतम ग्रंथ वेद हैं। हम सभी को वेदों का अध्ययन करना चाहिए। इसके साथ ही वेदों के अनुसार ही आचरण करना चाहिए। कहा कि यज्ञ, दान और तप रूप त्याग करने योग्य नहीं हैं। यह तीनों ही कम बुद्धिमान लोगों को पवित्र करने वाले हैं।
शहर के औरैया दिबियापुर मार्ग स्थित आर्य समाज मंदिर में वार्षिकोत्सव के अंतिम दिन 200 कुंडीय यज्ञ आयोजन के दौरान वेदपाठी पुरेहितों, आचार्यों एवं आर्य समाज मंदिर के पदाधिकारियों, संभ्रांत, गणमान्य व बुद्धजीवियों ने यज्ञ में आहुतियां दी। इसके साथ ही वायुमंडल को सुगंधित वातावरण में तब्दील किया गया। डॉ आचार्या प्रियवेदा विजनौर, आचार्य पंडित उमेश चंद्र आगरा, शिवपाल आर्य एटा, पंकज आर्य संचालक वीर दल, वेदपाठी माद्री आर्या, सुनीता आर्या, रिया आर्या ने अपने-अपने विचार रखें। आज 7 अप्रैल को आखिरी दिन 200 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन जगतगुरु महर्षि दयानंद सरस्वती की 220 वीं जन्मसदी के अवसर पर आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश, प्रदेश संयोजक पंकज आर्य ने सफलतापूर्वक वेद मंत्रों के साथ कराया। शहर के नागरिकों ने उल्लास पूर्वक भाग लिया। नगर में इस प्रकार का आयोजन पहला बताया गया है। कार्यक्रम के बाद लंगर का भी आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद को छका। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से डॉक्टर सर्वेश आर्य, आशाराम, डॉक्टर राजकुमारी गुप्ता, महेश चंद्र घी वाले, राजेश पोरवाल, प्रमोद कुमार, अनिल कुमार, आनंद कुमार, बीना आर्या, वेद प्रकाश राठौर, ओम प्रकाश आर्य, संजय शर्मा, योगेंद्र सिंह, धर्मेंद्र आर्य, राजेंद्र आर्य, पप्पू गुरु चेला वाले, महेंद्र दुबे आदि का विशेष सहयोग रहा।